बीएचयू में जूनियर डाक्टरों की मांगें मानी गईं, हड़ताल खत्म, सोमवार से देंगे सेवाएं

बीएचयू में जूनियर डाक्टरों की मांगें मानी गईं, हड़ताल खत्म, सोमवार से देंगे सेवाएं











बीएचयू जूनियर रेजीडेंट डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल रविवार की रात समाप्त कर दी है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरके जैन ने हड़ताली जूनियर डॉक्टरों को आश्वासन दिया है। छात्रों की चार मांगों को मान लिया गया है। इसके तहत सीसीटीवी कैमरे को दुरुस्त किया जाएगा। हॉस्पिटल में रोटेशन पर गार्डों की नियुक्ति होगी और बाउंसर रखने की भी व्यवस्था की जाएगी।


मारपीट की इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा जो निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट कुलपति को सौपेगी। इसके अलावा सर सुंदरलाल अस्पताल ट्रामा सेंटर में सेंट्रल अलार्म सिस्टम स्थापित किया जाएगा ताकि विषम परिस्थितियों में अलार्म के माध्यम से सुरक्षा को पुख्ता किया जा सके और डाक्टर की ओर से मदद की गुहार लगाई जा सके। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दी है। अब सोमवार सुबह से ओपीडी में अपनी सेवाएं सुचारू रूप से देंगे।  


इससे पहले आईएमएस के डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रो. एमए अंसारी के साथ जूनियर डॉक्टरों की वार्ता हुई, लेकिन बात नहीं बन सकी। जूनियर डॉक्टरों की मांग थी कि अस्पताल में सेंट्रल अलार्म सिस्टम लगाया जाए, ताकि विषम परिस्थतियों में सुरक्षा के लिए अलार्म के माध्यम से सूचना दी जा सके। अस्पताल में रोटेशन पर सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए।  शुक्रवार को ट्रामा सेंटर की ओपीडी में हुई मारपीट की लिखित जानकारी एसएसपी व डीएम को भेजी जाए। डॉक्टरों ने कहा कि हर बार सुरक्षा के नाम पर प्रशासन की ओर से आश्वासन मिलता है, लेकिन इस ओर कोइ ठोस कदम नहीं उठाया जाता है।  














  •  

  •  

  •  

  •