गोरखपुर मेें प्राकृतिक चिकित्‍सा के गुर सीख रहे हैं एम्‍स केे ये डॉक्‍टर

गोरखपुर मेें प्राकृतिक चिकित्‍सा के गुर सीख रहे हैं एम्‍स केे ये डॉक्‍टर









देश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान एम्स दिल्ली का डॉक्टर प्राकृतिक चिकित्सा के गुर सीख रहे हैं। इतना ही नहीं वह प्राकृतिक चिकित्सा के गुर भी सीख रहा है। यह भले ही अचरज भरा हो मगर यह सच है। डॉक्टर ने दो महीने का प्राकृतिक चिकित्सा का कोर्स भी पूरा कर लिया। अब वह परीक्षा दे रहे हैं। 


यह हैं एम्स के जीरियाटिक मेडिसिन के सीनियर रेजीडेंट ऋषिकेश इंदानी। मूल रूप से महाराष्ट्र के शिरिडी जिले के संगम नगर के रहने वाले डॉ. ऋषिकेश एम्स में छह साल से तैनात हैं। इस चिकित्सा का कोर्स करने वाले वह एम्स के पहले डॉक्टर हैं। करीब दो महीने पहले वह एम्स से गोरखपुर के आरोग्य मंदिर में प्राकृतिक चिकित्सा सीखने पहुंचे। इस दौरान उन्हें निदेशक डॉ. विमल मोदी ने बताया कि यहां पर प्राकृतिक चिकित्सा का कोर्स सीखाया भी जाता है। जिसके बाद उन्होंने कोर्स में भी एडमिशन ले लिया। यह कोर्स पूरा हो चुका है। इसकी परीक्षाएं चल रही हैं। 


10 महीने पहले मिली जानकारी
डॉ. ऋषिकेश ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा कराने का ख्याल करीब 10 महीने पहले आया। उसे समय एम्स में एक विपस्यना ध्यान योग का एकदिवसीय कार्यक्रम लगा था। इसी कार्यक्रम में मौजूद शिक्षक ने गोरखपुर में चलने वाले आरोग्य मंदिर की जानकारी दी। इसके बाद इस सेंटर को इंटरनेट पर सर्च किया। इसका डिटेल जुटाया। फिर निदेशक से जानकारी ली। इसके बाद तय किया कि यहां प्राकृतिक चिकित्सा कराउंगा।